कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) और अन्य आईपीएल टीमों ने 2025 के मेगा ऑक्शन से पहले अपने खिलाड़ियों की रिटेंशन सूची की घोषणा कर दी है। केकेआर ने छह खिलाड़ियों को रिटेन किया है, जिनमें स्टार बल्लेबाज रिंकू सिंह का नाम प्रमुख है। हालाँकि, इस रिटेंशन में एक अनोखी घटना घटित हुई, जिससे रिंकू को 5 करोड़ का नुकसान हुआ और बीसीसीआई को इस रकम का सीधा फायदा हुआ है।
बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, पहले रिटेंशन खिलाड़ी के लिए 18 करोड़ की राशि का ब्रैकेट तय होता है, लेकिन केकेआर ने रिंकू सिंह को मात्र 13 करोड़ रुपये में रिटेन किया। बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, रिटेंशन ब्रैकेट की रकम पूरी 18 करोड़ कटती है, भले ही खिलाड़ी को कम में रिटेन किया गया हो। इस तरह रिंकू सिंह के नाम पर केकेआर की पर्स राशि से 18 करोड़ कटे, लेकिन रिंकू को केवल 13 करोड़ मिले, जिससे बीसीसीआई को शेष 5 करोड़ का फायदा मिला।
अन्य रिटेंशन: सुनील नरेन, वरुण चक्रवर्ती और आंद्रे रसेल
केकेआर ने अन्य प्रमुख खिलाड़ियों में सुनील नरेन और वरुण चक्रवर्ती को 12 करोड़ में रिटेन किया, जबकि आंद्रे रसेल को भी इसी रकम में टीम में बनाए रखा है। इसके अतिरिक्त, हर्षित राणा और रमनदीप सिंह को 4 करोड़ में रिटेन किया गया है। इस तरह से केकेआर ने कुल 57 करोड़ की पर्स राशि का उपयोग किया, जिससे अब उनके पास 70 करोड़ बचे हैं।
दिल्ली कैपिटल्स को भी नियमों का लाभ
केकेआर की तरह दिल्ली कैपिटल्स ने भी अपने टॉप रिटेंशन खिलाड़ी अक्षर पटेल को 16.5 करोड़ में रिटेन किया। दिल्ली के पर्स से 18 करोड़ कटने के कारण, बीसीसीआई को अतिरिक्त राशि का फायदा हुआ। दिल्ली को भी खिलाड़ियों की सैलरी में काफी बचत हुई, जिससे उनकी आने वाले दो सालों में 65 करोड़ की बचत होगी।
इस रिटेंशन प्रक्रिया के बाद, केकेआर को 24 करोड़ और दिल्ली को 65 करोड़ की कुल बचत होगी, जो उन्हें आगामी नीलामी और टीम के विकास में मदद करेगी।